FII data in FMCG SECTOR (Fab–May)
📊 FIIs Investment & Withdrawal Trend in Fmcg sector
📢 इस आर्टिकल में जहां fii data है उनका संदर्भ fpi data से है ।
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FII/FPI Info Page
FII ग्राफ के रेड और ग्रीन पॉइंट्स का अर्थ
हमारे वेबसाइट पर दिखाए गए FII ग्राफ में दो मुख्य रंगों के पॉइंट्स उपयोग किए जाते हैं – रेड और ग्रीन। इन रंगों का अर्थ निवेश की दिशा को दर्शाना है:
- ग्रीन पॉइंट्स = FII / FPI द्वारा उस दिन भारतीय शेयर बाजार में निवेश किया गया पैसा (Positive inflow)।
- रेड पॉइंट्स = FII / FPI द्वारा उस दिन भारतीय बाजार से पैसा निकाला गया (Negative outflow)।
जब आप किसी data point पर क्लिक या touch करते हैं, तो एक tooltip के रूप में उस point की exact value और date दिखाई देगी। इससे आप यह जान सकते हैं कि किस दिन FII/FPI ने कितना पैसा invest या withdraw किया था।
यह फीचर डेटा को विज़ुअली समझने में आसान बनाता है और यूज़र को fortnightly trend को बिना टेक्निकल चार्ट पढ़े भी समझने में मदद करता है।
दूसरे sector के ग्राफ देखने के लिए यहां क्लिक करें।FII/Fpi data sector wise
📈 FMCG sector Graph Analysis
भारत का Fast-Moving Consumer Goods (FMCG) सेक्टर हमेशा से निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प रहा है। लेकिन Feb से May 15, 2025 के बीच foreign investors यानी FII और FPI का व्यवहार इस सेक्टर में काफी अस्थिर दिखाई दिया। इस लेख में हम fii data, fpi data और sector wise fii data के आधार पर विश्लेषण करेंगे कि FMCG सेक्टर में कैसा निवेश पैटर्न रहा। fii data के अनुसार, फरवरी के दोनों हिस्सों में जबरदस्त निकासी देखने को मिली। fpi data से भी स्पष्ट है कि निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ। इसका मुख्य कारण वैश्विक ब्याज दरों में तेजी, रुपये की गिरावट और FMCG कंपनियों की ग्रोथ में सुस्ती रहा। मार्च में sector wise fii data यह दर्शाता है कि FMCG सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाला सेक्टर रहा। पहले पखवाड़े में ही ₹5106 करोड़ की निकासी से साफ है कि विदेशी निवेशकों ने बड़ी मात्रा में धन निकाला। अप्रैल का महीना FMCG सेक्टर के लिए राहत भरा रहा। fii data में पहली बार पॉजिटिव इनफ्लो देखने को मिला, जो दर्शाता है कि निवेशकों को दोबारा भरोसा होने लगा। ग्रामीण मांग में तेजी और महंगाई में गिरावट इसकी वजह रही। fii dii data today दिखाता है कि मई की शुरुआत में फिर से निकासी शुरू हुई। लेकिन may के दूसरे पंद्रह दिनों का fii data ने सबको चौंकाया । may के दूसरे पखवाड़े में 1872 करोड़ का fii/fpi ने जंगी निवेश किया यह दर्शाती है कि निवेशक को इस sector में अच्छा ग्रोथ होगा ऐसा मानना है। fpi data से साफ है कि पोर्टफोलियो में रीबैलेंसिंग और ग्लोबल कारण इस बदलाव के पीछे हैं। may के दूसरे पखवाड़े में fii data दिखाता है कि विदेशी निवेशक को fmcg sector में रुचि बढ़ी है । इस पूरी अवधि में कुल मिलाकर -8765 करोड़ की निकासी हुई। यह fii data और sector wise fii data दोनों से साबित होता है कि विदेशी निवेशकों की धारणा काफी अस्थिर रही। fpi data दर्शाता है कि निवेशक अब डेटा-सेंट्रिक फैसले ले रहे हैं। FMCG सेक्टर को लेकर सावधानी इसलिए भी है क्योंकि इनकी ग्रोथ GDP ग्रोथ और ग्रामीण आय से सीधे जुड़ी होती है। हालांकि, अप्रैल जैसे पॉजिटिव महीने दिखाते हैं कि संभावनाएं अभी खत्म नहीं हुई हैं। यदि महंगाई नियंत्रित होती है और FMCG कंपनियों के तिमाही नतीजे सकारात्मक रहते हैं, तो fii data और sector wise fii data में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है। साथ ही, चुनाव के बाद की स्थिरता भी विदेशी निवेश को प्रभावित करेगी। इस लेख के माध्यम से हमने देखा कि कैसे fii data/fpi data, और sector wise fii data हमें बाजार की धारणा और निवेशकों की मानसिकता को समझने में मदद करते हैं। FMCG एक मजबूत आधार वाला सेक्टर है, और जैसे ही बाहरी दबाव कम होंगे, इसमें निवेश की वापसी संभव है। stock market में उतार चढ़ाव मेंfii data and dii data बहुत मायने रखता है।
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Updated on: 3 June 2025 FMCG यानी Fast Moving Consumer Goods ऐसे उत्पाद होते हैं जिनकी बिक्री बहुत तेज़ होती है और जो रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े होते हैं। FMCG sector in India उपभोक्ता मांग पर आधारित सबसे मजबूत इंडस्ट्री में से एक है। 2025 में भारत में FMCG sector का आकार ₹6.5 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है। यह सेक्टर भारत की GDP का महत्वपूर्ण हिस्सा है और लाखों लोगों को रोज़गार देता है। FMCG products आमतौर पर तेजी से बिकने वाले उत्पाद होते हैं जिनका शेल्फ लाइफ कम होता है। उपभोक्ता के लिए कीमत, गुणवत्ता और उपलब्धता महत्वपूर्ण होती है। ऊपर दी गई कंपनियाँ FMCG sector companies in India में शामिल हैं जो घरेलू और वैश्विक स्तर पर उत्पाद बेचती हैं। ये कंपनियाँ निवेश और रोजगार दोनों के दृष्टिकोण से बेहद मजबूत हैं। FMCG sector stocks आमतौर पर कम जोखिम वाले होते हैं और मंदी में भी स्थिर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। यह लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए एक स्थिर विकल्प हो सकता है।
इस ग्राफ के सभी statical fii/fpi data NSDL की आधिकारिक वेबसाइट से लिए गए हैं। आप इस fii/fpi data को अच्छे से समझ सके इसलिए हमने इस fii/fpi statical data को chart और analysis किया है।
FMCG sector में FII data का बदलता रुझान (Feb - May 2025)
📉 फरवरी 2025: गिरावट की शुरुआत
📉 मार्च 2025: भारी निकासी का महीना
📈 अप्रैल 2025: निवेशकों की वापसी
📉 मई 2025: फिर से निगेटिव रुझान
📊 कुल निष्कर्ष: फरवरी से मई 15, 2025
अवधि
नेट निवेश (₹ करोड़)
Feb 1-15
-4336
Feb 16-28
-2568
March 1-15
-5106
March 16-31
-487
April 1-15
+587
April 16-30
+2330
May 1-15
-1057
May 16-31
+1872
कुल
-8765
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भारत में FMCG सेक्टर: उत्पाद, कंपनियाँ और स्टॉक्स की पूरी जानकारी
FMCG sector in India क्या है?
Market size of FMCG sector in India
FMCG products list
FMCG products कैसे पहचानें?
FMCG companies की सूची
FMCG sector companies in India
FMCG sector stocks list
FMCG sector stocks में निवेश के फायदे
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⚠️ Disclaimer
हमने यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। हमारे दर्शक को fii/fpi का आंकड़ाकीय डेटा अच्छे से समझ में आए इसलिए हम Fpi/fii डेटा का graph, analysis और sector के बारे में जानकारी देते है। thank you।